tag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post1985256758630288956..comments2023-08-27T21:21:01.045+05:30Comments on संस्कृति: कितना सही है आभार कहनाडॉ महेश सिन्हाhttp://www.blogger.com/profile/18264755463280608959noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post-35688034986230192212009-12-17T12:52:26.989+05:302009-12-17T12:52:26.989+05:30मुझसे शव्दों के प्रवाह में ब्लागों में टिप्पणिय...मुझसे शव्दों के प्रवाह में ब्लागों में टिप्पणियॉं देते हुए <b>आभार</b> शव्द टाईप होते हैं, मैं अधिकतम टिप्पणियों में <b>आभार</b> शव्द का प्रयोग करता हूं. आपने इस पोस्ट के माध्यम से मेरे प्रवाह में लहरें उठा दी है, प्रयास करूंगा कि अब इस शव्द का इस्तेमाल न करूं (अभी कुछ क्षणों पूर्व ही आपके ताजा पोस्टों में कमेंट किया हूं उसमें मैंनें धन्यवाद लिखा है) धन्यवाद <br />शव्दों के महत्व को कभी भी नहीं नकारा जा इसका प्रभाव हर हाल में होता है.<br /><br />चिंतन को दिशा देनें के लिए धन्यवाद.36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post-15725263177931890272009-12-14T20:18:10.820+05:302009-12-14T20:18:10.820+05:30सिन्हा जी, रस्ते अलग अलग हैं, ठिकाना तो एक है।
आ औ...सिन्हा जी, रस्ते अलग अलग हैं, ठिकाना तो एक है।<br />आ और भार में संधि रहने दें, फ़िर कोई भार महसूस नही होगा।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post-7228060475789394662009-12-14T17:52:03.742+05:302009-12-14T17:52:03.742+05:30आपकी बात सही है धन्यवाद्आपकी बात सही है धन्यवाद्निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post-78018907404638226672009-12-14T17:47:03.517+05:302009-12-14T17:47:03.517+05:30मार्गदर्शन के लिए ‘आ भार’ :)मार्गदर्शन के लिए ‘आ भार’ :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post-72617319436162425552009-12-14T17:23:05.513+05:302009-12-14T17:23:05.513+05:30सर आभार की सभी की अपनी अपनी डेफिनेशन हो सकती है ....सर आभार की सभी की अपनी अपनी डेफिनेशन हो सकती है ....समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post-50978996416298739632009-12-14T16:34:58.637+05:302009-12-14T16:34:58.637+05:30हा..हा.. सही बताया आ भार !! दुसरे का भार अपने ऊपर ...हा..हा.. सही बताया आ भार !! दुसरे का भार अपने ऊपर कदापि न लें !!! आपका भी अंगूठा लगाने के लिए आभा.....नहीं नहीं धन्यवाद !!!.Murari Pareekhttps://www.blogger.com/profile/16625386303622227470noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post-74631818160218818182009-12-14T16:31:31.598+05:302009-12-14T16:31:31.598+05:30अपना अपना विचार।
हमारी ओर से स्वीकारें आभार।
-----...अपना अपना विचार।<br />हमारी ओर से स्वीकारें आभार।<br />------------------<br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">ये तो बहुत ही आसान पहेली है?</a><br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">धरती का हर बाशिंदा महफ़ूज़ रहे, खुशहाल रहे।</a>Arshia Alihttps://www.blogger.com/profile/14818017885986099482noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post-16543358413995806732009-12-14T16:07:18.894+05:302009-12-14T16:07:18.894+05:30गुजरात में दस साल रहने से आभार की आदत पड़ गई है। सह...गुजरात में दस साल रहने से आभार की आदत पड़ गई है। सही भी लगता है यह शब्द।<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post-58160690310150541682009-12-14T16:03:23.384+05:302009-12-14T16:03:23.384+05:30आभार के इस सुन्दर विश्लेषण के लिए आपका आभारी हूँ। ...आभार के इस सुन्दर विश्लेषण के लिए आपका आभारी हूँ। सॅारी -- आपको धन्यवाद।<br /><br />सादर <br />श्यामल सुमन <br />09955373288 <br />www.manoramsuman.blogspot.comश्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.com