tag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post2865257511284680543..comments2023-08-27T21:21:01.045+05:30Comments on संस्कृति: बिनायक सेन को रिहा करो!डॉ महेश सिन्हाhttp://www.blogger.com/profile/18264755463280608959noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post-36529599014951005662009-04-28T00:53:00.000+05:302009-04-28T00:53:00.000+05:30आपकी टिप्पणी का धन्यवाद, मुझे खुसी हुई आप मेरे चिठ...आपकी टिप्पणी का धन्यवाद, मुझे खुसी हुई आप मेरे चिठ्ठे पर आये और अपनी बहुमूल्य प्रतिक्रिया दी.स्नेह बनाये रखेंL.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post-32847493998115818142009-04-27T12:53:00.000+05:302009-04-27T12:53:00.000+05:30बहुत सही भाई साहब्।
मैं खुद इसी तस्वीर को ढूंढ रहा...बहुत सही भाई साहब्।<br />मैं खुद इसी तस्वीर को ढूंढ रहा था।<br />आज ही स्कैन करवाया अखबार से।<br />बहुत सही प्वाइंट उठाया आपने।Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post-79747065718387422142009-04-27T04:00:00.000+05:302009-04-27T04:00:00.000+05:30सही कहा है महेश सिन्हा जी
देखिये सही चोट खाकर इन्ह...सही कहा है महेश सिन्हा जी<br />देखिये सही चोट खाकर इन्हें कैसी मिर्चें लगी है<br />आपकी संयत भाषा में लिखी पोस्ट पर ये कैसे बौखला गये हैंदिनेशnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post-31023954533255366972009-04-27T02:40:00.000+05:302009-04-27T02:40:00.000+05:30डाक्टर साहब आपने तो पोल खोल दी। कपिल जैसो को अच्चे...डाक्टर साहब आपने तो पोल खोल दी। कपिल जैसो को अच्चे से जानना है तो Communist Goon Net (CGnet) ज्वाइन करिये। <br /><br />भोला छत्तीसगढिया का मितानAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post-11437479961212326612009-04-27T01:05:00.000+05:302009-04-27T01:05:00.000+05:30किसी फोटो को दिखाकर अपनी बात थोप देना कौन सी निश्...किसी फोटो को दिखाकर अपनी बात थोप देना कौन सी निश्चेतना है सिन्हाजी। फिर भी अगर इसे माना जाए तो मुझे तो आपकी फोटो भी अत्याचार से त्रस्त नजर आ रही है। थोड़ी समझदारी की बातें कीजिए भाई साहब।<br />रवि भाई, सबको क्या निक्कर या चड्डीधारी राजनीति वाला समझ रखा है। ये लोग शंकरगुहा नियोगी की छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के हैं जहां विनायक सेन ने शहीद अस्पताल की स्थापना की थी। अपने डॉक्टर की रिहाई तक ये लोग ऐसे ही आते रहेंगे। यकीन न हो तो एक दिन जाकर धूप में तुम भी पसीना बहाकर खुद इन लोगों से पूछ आओ। अब ये मत कह देना कि नियोगी भी विदेशी पैसे पर काम कर रहे थे। दिमाग वाकई सच को समझना चाहता हो तो कभी दल्ली-राजहरा इलाके के मजदूरों से बात करके देख लेना।Kapilhttps://www.blogger.com/profile/15871506466698035418noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4488757223568870804.post-80764700304995919022009-04-26T20:31:00.000+05:302009-04-26T20:31:00.000+05:30विनायक सेन के बहाने अच्छा प्रयास है
इन मानवधिक्का...विनायक सेन के बहाने अच्छा प्रयास है <br />इन मानवधिक्कार वादियों के इस भले काम से कम इन बेराजगारों को तीन तीन दिन के लिये मज़दूरी तो मिलीरवि सिंहnoreply@blogger.com