रविवार, 13 फ़रवरी 2011

विनायक सेन पर एक विचार


सौजन्य : नवभारत , रायपुर 

4 टिप्‍पणियां:

honesty project democracy ने कहा…

न्यायपालिका के प्रति सम्मान....हाँ सही कहा आपने यही बात तो होनी चाहिए थी इस देश में.........लेकिन दुर्भाग्य से इस देश में सर्वोच्च न्यायलय से लेकर उच्च न्यायालय तक के 95 % जज शर्मनाक स्तर के भ्रष्ट और न्याय को बेचने तथा सत्य को कब्र में पहुँचाने वालें हैं.......और इन्ही भ्रष्टाचारियों की औलाद ज्यादातर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारीयों के पद पर चार से पांच करोड़ में IAS व IPS व अन्य महत्वपूर्ण पदों को खरीद कर बैठ चुकें हैं.........ये एक मूल कारण है की व्यवस्थापिका और कार्यपालिका इस देश को खुले आम लूट रही है तथा भ्रष्ट न्यायिक अधिकारी दलाल बनकर मलाई खा रहें हैं और अपने को न्याय करता हुआ भी दिखा रहें हैं.......इस देश में किसी भी आम नागरिक को न्याय नहीं मिलता है ये मेरा दावा है......और इसकी पुष्टि के लिए न्यायलय में कदम रखने वालों का सर्वे कराया जा सकता है......आज जरूरत है की न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खाकर परेशान होकर अगर कोई न्याय पाने के लिए किसी कुकर्मी व शर्मनाक स्तर के भ्रष्टाचारी की हत्या करता है तो उसको सम्मानित किया जाय हत्या जैसे हथियार का प्रयोग कर सत्य और न्याय की रक्षा करने के लिए .......चाहे वह कुकर्मी और शर्मनाक स्तर का भ्रष्टाचारी मैं हीं क्यों ना होऊ...

डॉ महेश सिन्हा ने कहा…

झा जी आपका संदर्भ यहाँ स्पष्ट नहीं है । क्या आप विनायक सेन के समर्थक हैं ?

honesty project democracy ने कहा…

मैं सत्य,न्याय,देशभक्ति और ईमानदारी की रक्षा के लिये किये गए हत्या या हत्यारे का पक्षधर हूँ....इसी के लिये हमारे देश में सेना का इतना भारी भरकम बजट है पुलिस और अर्धसैनिक बालों पर इतना खर्च किया जाता है .....आज शर्मनाक स्तर के भ्रष्ट मंत्री ...इस देश और समाज के लिये सबसे बरे गद्दार और देश्द्रोहीं हैं......ये तो बिना हमला किये की हमारे देश के साधन और संसाधन को अपने बाप की जागीर बना चुके हैं....और पूरी इंसानियत इनका और इनके पार्टनर उद्योगपतियों का गुलाम बन चुकी है....मैं बिनायक सेन को तब तक बेगुनाह मानूंगा जब तक अन्ना हजारे,किरण बेदी,अरविन्द केजरीवाल जैसे इमानदार लोगों का समूह सामाजिक जाँच कर उन्हें गुनेहगार ना साबित कर दे....आज हमारी सरकार में बैठे भ्रष्ट लोग तो हर अच्छे सच्चे को ही गुनेहगार साबित करने पे तुली है.... और सभी जाँच एजेंसियां शर्मनाक स्तर के भ्रष्टाचारियों और अपराधियों को बचाने में लगी है......?

डॉ महेश सिन्हा ने कहा…

जयकुमार जी । मैंने यह लेख अगर सबसे share किया है तो जरूर मैं इस आलेख से सहमत हूंगा । रही बात असली और नकली नक्सली की तो यह आंदोलन पूरी तरह से एक उगाही और आतंक का माध्यम बन गया है । ये लोग अब माओवादी हैं और देश के दुश्मन , इनके समर्थक दूर दूर और विदेशों तक फैले हैं । सालाना 2000 करोड़ तक की उगाही एक अनुमान से ये लोग करते हैं ।
क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर से पढ़कर एक डॉक्टर छत्तीसगढ़ में सेवा के लिये आता है । उसके पीछे पूरा कॉलेज और उनके विदेशी संबंध खड़े हैं । एक अन्तराष्ट्रिय सम्मेलन जिसका विनायक सेन से कोई संबंध नहीं वहाँ इनकी तारीफ में कसीदे काढ़े जाते हैं और सरकार के विरुद्ध बयान दिये जाते हैं। इस आयोजन के लिए पैसा भी भारत सरकार के एक ajency देती है ।
http://www.google.com/buzz/sinhamahesh/4HfRhh7QgYp/Vinayak-sen-sinhamaheshks-YouTube-Activity