पर सवाल ये है कि क्या सदनों के न चलने की जो परंपरा चल निकली है उसके चलते क्या कभी जानकारी नागरिक को मिल भी पाएगी ! दूसरे, क्या चिन्हाकित महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार की प्रतिक्रिया से भी नागरिकों परिचित कराया जाएगा ?
यदि दोनों का उत्तर नकरात्मक है तो यह भी हाथी के नकली दांतों से अधिक कुछ नहीं ....
5 टिप्पणियां:
पर कोई समस्या भी तो हो।
कोई एक समस्या हो तो ना...पुरी जिन्दगी अब शिकायत करने मे ही गुजर जायेगी जी, ओर सुनेगा कोन? आप क्या सोचते हे लोगो ने शिकायत नही की होगी?
इसके बारे में तो और जानना पड़ेगा।
काम की जानकारी दी है ।
आजकल कहाँ व्यस्त हो गए हैं डॉ सिन्हा ?
यह बहुत महत्वपूर्ण जानकारी है आम नागरिक के लिए.
पर सवाल ये है कि क्या सदनों के न चलने की जो परंपरा चल निकली है उसके चलते क्या कभी जानकारी नागरिक को मिल भी पाएगी ! दूसरे, क्या चिन्हाकित महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार की प्रतिक्रिया से भी नागरिकों परिचित कराया जाएगा ?
यदि दोनों का उत्तर नकरात्मक है तो यह भी हाथी के नकली दांतों से अधिक कुछ नहीं ....
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