यदि आप दिन रात ब्लॉग से लगे रहते हैं या ६ से ८ घंटा इसी क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं तो ये मेनिया के लक्षण हैं . आपकी सुबह प्रारंभ और रात्रि अंत ब्लॉग से हो तो भी आप इस श्रेणी में आते हैं .
अगर आप दिन में कम से कम दो बार ब्लॉग जगत में घूम रहे हैं हर बार २-३ घंटे तो माने आप अल्कोहोलिक हो गए .
इस अवस्था को लाने के कुछ प्रायोजक भी हैं जो लोगों को इस दुनिया में पहुंचाकर खुद गायब हो जाते हैं . ये हैं ब्लॉग वाइरस जो इस रोग को फैला कर खुद अप्रभावित रहते हैं . इसका कोई इलाज भी नहीं है .
ब्लोगोस्फिअर की इस दुनिया में नित नए लक्षण जुड़ते रहते हैं
ब्लोगेरिया
ईमेलिया
ब्लोगोफोबिया
4 टिप्पणियां:
क्या आप ब्लोगोह्लिक या ब्लोगोमेनिअक तो नहीं हो रहे ?
और क्या रात २.१५ बजे झक मार रहे है :)
कोई मुझे इस बीमारी से बचाओ
वीनस केसरी
मुझे मेनिया के लक्षण हैं कृप्या दवाई बतायें. :)
ओह हम तो इन सब बीमारियों से ग्रस्त हैं... कोई इलाज भी तो बताईये।
वाह डाक्टर साब!बीमारी तो बता रहे मगर ईलाज नही?
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