मंगलवार, 29 सितंबर 2009

मेरी देवभूमि यात्रा

एक लम्बे अंतराल के बाद ब्लॉग जगत में उपस्थित  हूँ. इस बीच उत्तराखंड की यात्रा पर था . इसे सही रूप से देवभूमि नाम दिया गया है . वहाँ  जाकर इतनी शांति और सौम्यता का अनुभव होता है जो कि किसी अन्य स्थान में कम ही  होता है . भारत में मैंने काफी भ्रमण किया है, उत्त्तर पूर्व को छोड़कर. बिरले ही ऐसी जगह हैं जहाँ इतना अच्छा लगता है . पर्वतीय स्थलों में भी इसकी तुलना केवल मानसरोवर से की जा सकती है .
रायपुर से हरिद्वार तक रेल यात्रा और उसके बाद सड़क मार्ग से यह  यात्रा सम्पन्न हुई. छोटी मोटी रुकावटों को छोड़कर  

यात्रा सकुशल सम्पन्न हुइ. कुछ चित्र देखें :-        तकनीक की पहुँच 





                                                 केदारनाथ जी का शिखर रात्रि में 


क्रमशः :-

4 टिप्‍पणियां:

Randhir Singh Suman ने कहा…

nice

Udan Tashtari ने कहा…

और चित्र भी लगाईये एवं यात्रा का विवरण भी.

यात्रा से वापसी पर आपका स्वागत है.

बेनामी ने कहा…

are aap to hamaari janmbhoomi ghoom aaye!! achchha hai.. yaadein taaza kar di..bahut samay se gayi nahi..

राज भाटिय़ा ने कहा…

बहुत सुंदर कुछ ओर लिखे अपनी इस यात्रा के बारे.
धन्यवाद