जिस तरह से आजकल आईपीएल पुराण चल रहा है उसमे एक और इजाफा हो गया . बेंगलुरु में एक मैच के दौरान छोटा सा धमाका हुआ . दूसरे दिन कुछ और विस्फोटक सामग्री स्टेडियम के आसपास मिली. तो ये तत्व क्या चाहते थे किस बात का इंतजार था इन्हे .आतंकवादी तो ऐसी चूक नहीं करते की पहले एक ट्राइल और फिर बड़े खेल का इंतजार .
आनन फानन में सेमी फ़ाइनल को नयी मुंबई ( डी वाई पाटिल स्टेडियम ) स्थानांतरित कर दिया गया . जबकि फ़ाइनल मुंबई में ही होना है . इस स्टेडियम में मैच और आतिशबाजी पर लोगों ने ऐतराज किया है क्योंकि पास में ही इसी संस्था का अस्पताल भी है .
कई प्रश्न है इस बारे में :
1.मुंबई ही क्यों , क्या यह देश का सबसे सुरक्षित शहर है .
2.क्या यह एक और आईपीएल अध्याय है जिसमे एक बड़े नेता के स्टेडियम को अनुचित लाभ दिया गया
3 क्या यह दो बड़े घरानो के बीच का खेल है अंबानी विरुद्धा माल्या
4.आईपीएल के सेमी फ़ाइनल के लिए टीम का चयन . ज्यादातर सेमी पहले और तीसरे और दूसरे और चौथे टीम के बीच होते हैं
7 टिप्पणियां:
जरूरत स्टेडियम नहीं,वह आदत बदलने की है जिसके कारण हम बार-बार की घटनाओं से सबक न लेने पर आमादा हैं।
विचारनीय पोस्ट...
संशय होता है ।
हम तो इस खेल को देखते ही नही, भाड मै जाये यह खेल
बहुत से प्रश्न खड़ी करती है आपकी पोस्ट ... पर इनका जवाब कभी नही निकल कर आएगा ...
कुछ तो बात है । वर्ना क्या खेल कहीं और नहीं खेला जा सकता था।
आज IPL में जो हो रहा है ,खुद में बड़ा तमाशा है कुछ भी संभव है
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