यह खबर तो सभी को ज्ञात है की डॉ केतन देसाई को एमसीआई के काम में गड़बड़ी के लिए गिरफ्तार किया गया है . उन्होने प्रधानमंत्री कार्यालय में अपनी पहुँच होने की धौंस देकर पहले तो बचने का प्रयास किया लेकिन बाद में बोलना पड़ा .
उन्होने करीब 50 लोगों को इस घपले में संलग्न किया था जिसका मुख्य सूत्रधार एक बड़े अधिकारी का बेटा है . देश की राजधानी में सबसे ज्यादा इन्ही पावर ब्रोकर की ही चलती है , चाहे सरकार किसी की भी हो . ज्यादातर इनका नाम कोई नहीं जानता न ये किसी मामले में फँसते हैं . बोफ़ोर्स मामले में पहली बार इनका नाम सामने आया था .
डॉ केतन देसाई के प्रमुख सहयोगी जाने जाने वाले डॉ सुरेश शाह कल रायपुर मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करते देखे गए !! सोच सकते हैं कितनी पहुँच होगी इनकी ? नाम सामने आने पर भी खुले आम घूम रहे हैं .
5 टिप्पणियां:
धीरे-धीरे उन की गर्दन तक भी पुलिस की हाथ पहुंचेगी,ऐसा मानना चाहिए। पर कहीं ऐसा न हो कि घूस लेने वाला घूस देकर ही मामले को रफा-दफा करवा दे।
घूस लेते पकड़े गए और घूस देकर छूट गए।
अब ये उत्कोच की नई परिभाषा गढ रहे हैं।
चोरों से चौकीदारी करवा रहे हैं।
जनाब चोर उच्च्को के राज मै यह आम बात है
निन्दनीय ।
बेहद शर्मनाक।
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