एक अकेले वानर ने मंदिर तोड़े जाने का विरोध किया
आश्चर्यजनक किन्तु सत्य हनुमान जी के मंदिर को तोड़े जाने का एक वानर ने विरोध किया . यह घटना कर्नाटक के कोलार क्षेत्र की है . यह मंदिर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है . सड़क चौड़ी करने के लिए जब प्रशासन ने कार्यवाही प्रारंभ की तो यह वानर मंदिर के द्वार पर आकर खड़ा हो गया . ऐसा कहा जाता है की इस मंदिर का निर्माण 20 वर्ष पूर्वे हुआ था . हनुमान जी की प्रतिमा के नीचे एक वानर का शरीर दफ़न है ऐसा भी कहा जाता है .
कृष्णप्पा नाम के एक स्थानीय व्यक्ति का कहना है की पहले तो इसने चुपचाप विरोध किया द्वार पर खड़े हो कर, लेकिन जब तोड़ने वालों ने ध्यान नहीं दिया तो वानर ने वार कर दिया .
लोगों का कहना है की इसके पहले इसने कभी किसी पर आक्रमण नहीं किया . लोग अब इसकी पूजा हनुमान जी के रूप में कर रहे हैं
5 टिप्पणियां:
आखिर बानर जी हनुमान जी के ही वंशज हैं...
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"पाखी की दुनिया" में इस बार पोर्टब्लेयर के खूबसूरत म्यूजियम की सैर
बहुत बढ़िया जानकारी रामनवमी पर्व की हार्दिक शुभकामना और बधाई ...
अब कोई किसी का घर तोड़ेगा तो विरोध तो करेगा ही ।
वैसे सड़क पर मंदिर बनते ही क्यों हैं, ये समझ में नहीं आता सिन्हा जी ।
अब कोई किसी का घर तोड़ेगा तो विरोध तो करेगा ही ।
वैसे सड़क पर मंदिर बनते ही क्यों हैं, ये समझ में नहीं आता सिन्हा जी ।
गजब है!!!
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