राष्ट्रपति के अंगरक्षक ही भक्षक निकले
न्यायालय ने आज राष्ट्रपति के 4 अंगरक्षकों को बलात्कार का दोषी करार दिया . सर्वोच्च संस्था की सुरक्षा में जब ऐसे लोग शामिल हैं तो देश की सुरक्षा का क्या होगा ? इससे एक बहुत पुराना सच सामने आ गया कि हमारी सरकारी चयन प्रक्रिया कितनी दोषपूर्ण है. जिसमे कोई मनोविज्ञानिक जांच नहीं होती है चाहे वह नौकरी हो या उच्च स्तरों पर प्रवेश परीक्षा
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