शुक्रवार, 7 अगस्त 2009

खोवा रे खोवा तेरा रंग कैसा

रायपुर एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आया, कारण कि रेलवे स्टेशन में नकली पनीर और खोवा टनों की तादाद में पकडाया . ये कहीं आस पास से नहीं बल्कि दूर दराज ग्वालियर से आया था . झकास सफ़ेद रंग का नकली सामान . त्यौहार में लोग खुशी मनाते हैं मिठाई खाते हैं लेकिन कुछ लोगों को ये बर्दास्त नहीं है . चंद पैसो के लिए अखाद्य यूरी़या शैंपू और न जाने क्या क्या मिला कर लोगों की जान के दुश्मन बने जा रहे हैं . दिल्ली और मथुरा तो और भी पास हैं ग्वालियर से . देश की राजधानी में जब ये गोरख धंदा खुले आम चल रहा है तो बाकी देश का क्या होगा . कुछ दिनों पहले हैदराबाद के मिलिटरी फार्म्स में भी दूध में मिलावट पकड़ी गयी थी . लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ शख्त कानून होने चाहिए

1 टिप्पणी:

संगीता पुरी ने कहा…

आपने सही लिखा है कि लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ शख्त कानून होने चाहिए .. पर जब कानून बनाने वाले ही हर गोरखधंधे में शामिल हो .. तो फिर जनता को तो भाग्‍य भरोसे जीने को बाध्‍य होना ही है।