क्या चीज है ये नंबर प्लेट । बड़े बड़े इसे अपने वाहन में लगाने से घबराते हैं :) या अगर लगा भी ली तो कुछ और पुछल्ला जरूर लगवाते हैं । कुछ अपना कला का ज्ञान इस पर ही दिखलाते हैं । क्या कारण है इसका कि लोग कानून तोड़ने से हिचकिचाते नही । क्या एक अदना सा सिपाही इतना खतरनाक होता है जिसके रोकने पर ये घबराते हैं । आज की कानून व्यवस्था की दशा में कितना उचित है इस कानून का उल्लंघन करना ? दिल्ली की पत्रकार और एक अन्य महिला की हत्या में शामिल हत्यारों की गाड़ी में तो पन्जाब पुलिस के स्टिकर और दिल्ली पुलिस के निशान लगे पाये गए हैं । क्या छोटे छोटे कानूनों का उल्लंघन उस व्यक्ति की मानसिकता को नही दर्शाता ।
2 टिप्पणियां:
आप ने ठीक लिखा है. व्यक्ति के कार्य उसकी मानसिकता को ही दर्शाते हैं.
जब मैं किसी माता - पिता को बच्चों के सामने सिगरेट पीते देखता हूँ तो मेरा खून खौल उठता है. क्या अधिकार है ऐसे लोगों को बच्चे पैदा करने का जो उन्हें सभ्य नागरिक नहीं बना सकते....
हमने पाठ्यक्रम में नैतिक शिक्षा को लगातार उपेक्षित करके आज एक ऐसा समाज बना लिया है जिसमें नैतिक मूल्य समाप्त हो चुके हैं. स्वार्थ, पैसे और अधिकार मद में अंधे लोग भूल जाते हैं कि उनके लाडले बच्चे उनसे यही समाज विरासत में पाने वाले हैं.
कृपया मोडरेशन न लगायें. टिप्पणी देते हुए खीझ होती है. आपको आलोचनाओं के लिए भी तैयार रहना चाहिए.
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