आजकल ज्यादातर टीवी सीरियल देखकर उकता चुके लोगों के लिए ये दोनों ही सीरियल एक ठंडी हवा के झोके के समान हैं . जहां उल्टा चश्मा गुजराती के लेखक तारक मेहता की कृति पर आधारित है वहीं लापतागंज शरद जोशी की कहानियों पर आधारित है .
दोनों ही धारावाहिक सब टीवी पर आ रहे हैं .
7 टिप्पणियां:
सही है..दोनों हल्के फुल्के साफ सुथरे..
एकता कपूर के चलते हमने तो सीरियल देखना ही बंद कर दिए ...........
main bhi yah do zaroor dekhtee hun...
मुझे तो कोई टीवी देखने के पेसे भी दे तो भी ना देखू
हमारी शाम के साथी हैं यह दोनों धारावाहिक!!
शारद जोशी के हम यूँ भी फैन हैं.
कौन कहता है लोग स्वस्थ मनोरजंन नहीं चाहते...इसी का सटीक जवाब है ये दोनों सीरियल...
जय हिंद...
बहुत दिनों बाद ऐसे सीरियल देखने को मिले, जो मां-बाप, भाई-बहन और बच्चों के साथ बैठकर देखे जा सकते हैं।
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